बच्चों (3-6 वर्ष) को पूर्व-प्राथमिक शिक्षा दी जाती है, जो एकीकृत बाल विकास परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आंगनबाडी केन्द्रों में बच्चों को दी जाने वाली शारीरिक शिक्षा बच्चों में शारीरिक, भाषाई, रचनात्मक, भावनात्मक-सामाजिक बनाने में मदद करती है।